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गुब्बारा खाने वाला जार Jar Swallows a Balloon

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एक गुब्बारा ,एक जार ,पानी ,अखबार के टुकड़े ,माचिस

सिद्धांत :-वायु दबाव में अंतर
विधि  :- एक गुब्बारे में पानी भर कर गाँठ लगा लेते है
इस  गुब्बारे को अब जार  में डालने की कोशिश  करते है
नहीं डलेगा  क्युंकी पानी से भरा गुब्बारा जार के मुँह से बड़ा है
अब क्या करे गुब्बारा तो जार में डालना ही है
जार  में अखबार के टुकड़े जला कर डाल देते है
गुब्बारा  जार  के ऊपर रख दो
अरे ये क्या जार खा रहा है बलून

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3 jagrn


ऐसा क्यूँ??जब जार में आग जलती है तो कुछ वायु गर्म हो कर जार से बाहर हो जाती है
और आग बुझने पर धीरे धीरे वायु ठण्डी होती है तो जार के अंदर का वायु दबाव कम होना शुरू होता है अब जार के बाहर का वायु दबाव (वायुमण्डलीय दबाव) अंदर की तुलना में अधिक होता है जो गुब्बारे को अंदर की और धकेलता है |

नोट :-आग से सावधान रहे |

द्वारा–दर्शन बवेजा ,विज्ञान अध्यापक ,यमुना नगर ,हरियाणा

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